HomeHealthमासिक धर्म न आने के कारण और उपाय।

मासिक धर्म न आने के कारण और उपाय।

मासिक धर्म यह महिलाओं के शारीरिक स्वास्थ्य का प्राकृतिक हिस्सा है जो प्राकृतिक विकास के दौरान होता है। मासिक धर्म  एक नैतिक और शारीरिक प्रक्रिया है जो महिलाओं में मासिक के आवाज द्वारा प्रति माह होती है। यह प्रक्रिया महिलाओं के शारीरिक विकास का हिस्सा है और यह महीने के नियमित अंतराल में होती है।

इस प्रक्रिया के दौरान, गर्भाशय की ऊतक की लाइनिंग अपडेट होती है और अगर गर्भावस्था नहीं होती है, तो यह लाइनिंग शरीर से बाहर निकलती है, जिसे हम मासिक धर्म या पीरियड्स के रूप में जानते हैं। यह प्रक्रिया बालिगा होने के बाद यानि १३ से १४ की  उमर (Age ) से शुरू होती है , और सामान्यत: प्रत्येक २८ दिन से ३५ दिन के बिच  में होती है। मासिक धर्म हर (प्रति) महीने में आना जरुरी है।

अगर मासिक धर्म नहीं आता है तो उस से महिलाओको तकलीफ हो सकती है। तो जानते है की मासिक धर्म  न आने के कारणों और उनके संभावित उपाय क्या है।

मासिक धर्म  न आने के कारण :-

मासिक धर्म न आने का मुख्य कारण है हार्मोनल असंतुलन। हार्मोनल असंतुलन विभन्न कारणों से हो सकता है, और यह ज्यादा तर महिलाओं में देखा जा सकता है। यह स्वाभाविक रूप से शारीरिक और भावनात्मक परिवर्तनों का परिणाम हो सकता है। तो जानते है हार्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance) होने के कारण।

गर्भावस्था और जनन प्रणाली से संबंधित परिवर्तन:

गर्भावस्था, गर्भपात, या प्रजनन संबंधित समस्याएँ हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकती हैं जिसकी वजह से यह मासिक धर्म न आने के कारण बन सकता है ।

थायरॉइड विकार /असंतुलन :-

थायरॉइड ग्रंथि की समस्याएँ भी हार्मोन्स के स्तर में परिवर्तन का कारण बन सकती हैं। अधिक या कम थायरॉइड हार्मोन, प्रोलैक्टिन, एस्ट्रोजन या प्रोजेस्ट्रोन की समस्या है। यह एक अति सक्रिय या अंडरएक्टिव थायराइड ग्रंथि देर से या मासिक धर्म न आने का कारण बन गया है। थायराइड शरीर के चयापचय को नियंत्रित करता है, इसलिए इससे हार्मोन का स्तर भी प्रभावित हो सकता है।

पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम (PCOS) :

पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम यह एक ऐसी स्थिति है जो शरीर को पुरुष हार्मोन एंड्रोजन के अधिक उत्पादन होने के कारण बनती है। इस हार्मोन असंतुलन के परिणामस्वरूप अंडाशय पर सिस्ट बन जाते हैं। यह अंडोत्सर्ग को अनियमित बना सकता है या इसे पूरी तरह से रोक सकता है।

अनियमित खानपान :

अत्यधिक या अत्यल्प खाना, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल की कमी के कारण मासिक धर्म न आने के कारण बन सकता है ।

शरीर मोटापा :-

शरीर का वजन बढ़ने से शरीर में हार्मोनल परिवर्तन कर सकता है। हार्मोनल असंतुलन होने पर डॉक्टर आपको आहार और व्यायाम करने के बारे में बताएंगे और मोटापा मासिक धर्म न आने का एक कारण है इस बात को निर्धारित करेंगे ।

शारीरिक या मानसिक तनाव :

तनाव, चिंता, दबाव या मानसिक रूप से तनावग्रस्त होना। तनाव,चिंता, दबाव से हार्मोन पर सीधा असर डालता है, तथा दैनिक दिनचर्या को बदल सकता है, और दिमाग के उस हिस्से को भी प्रभावित कर सकता है जिससे पीरियड्स विनियमित होते हैं।

समय के साथ, तनाव आप में बीमारी या अचानक वजन के बढ़ने या घटने से लेकर कई सारी स्तिथियाँ उत्पन्न करके मासिक धर्म चक्र को प्रभावित कर सकता हैं।

जीवनशैली और आदतों में परिवर्तन :

अव्यवस्थित जीवनशैली, ज्यादा शारीरिक कार्य, नियमित नींद की कमी के कारण भी मासिक धर्म न आने के कारण बन सकता है ।

मासिक धर्म न आने पर अपनाए जाने वाले उपाय :-

  • संतुलित आहार लेना, सही तरीके से पौष्टिक आहार लेना।
  • गर्म पानी से स्नान करना।
  • ध्यान और योग, नियमित व्यायाम करना।
  • तनाव कम करने के लिए जीवनशैली में सुधार करना।
  • चिकित्सा परामर्श लेना और चिकित्सा विशेषज्ञ द्वारा निर्देशित उपचार करवाना।
  • योग और प्राणायाम, नियमित व्यायाम, पर्याप्त आराम लेना।
  • मासिक धर्म न आने पर मासिक धर्म उत्पाद ढूंढें जो आपके लिए सही लगता है।

निष्कर्ष :

याद रखें की प्रत्येक व्यक्ति का शरीर अलग-अलग काम करता है और यह महत्वपूर्ण है कि आप यह पता लगाएं कि आपके लिए सबसे अच्छा कौन सा उपाय काम करेगा । मासिक धर्म को सामान्य करने के कई तरीके हैं। किसी भी मामले में, यदि आपको मासिक धर्म का न आने की समस्या है, तो सबसे पहले एक चिकित्सा विशेषज्ञ से सलाह लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है। वे आपकी समस्या का कारण निर्धारित करेंगे और उचित उपचार सुझाएंगे। और यदि आप को कुछ भी प्रश्न हैं, तो अपने फॅमिली डॉक्टर से तुरंत परामर्श लें।

उम्मीद है कि आपको मासिक धर्म न आने के बारे में बताई गई जानकारी मिली है जिसे आप ढूंढ रहे थे। इसी तरह की अन्य हिन्दी में जानकरी पढ़ने के लिए “www.hindiever.com” पर आए और ढेर सारा जानकारी प्राप्त करें ।

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