भाप एक प्रकार का ऐसा अद्वितीय अवस्था है जो ठंडे पानी या किसी अन्य द्रव के कण में गर्माहट से उत्पन्न होती है और उनके बाहर आने से वे वायु में उड़ जाते हैं। इस प्रक्रिया में गर्म द्रव से निकली हुई ऊर्जा वातावरण में स्थानांतरित होती है और भाप उत्पन्न होती है। भाप तब बनती है जब पानी, जलवाष्प नामक गैस में बदल जाता है। भाप अन्य तत्वों के साथ विशेष रूप से मिश्रित हो सकती है और विभिन्न प्रकार की रंग, सुगंध, और स्थिति में पाई जा सकती है।
सर्दी और खांसी जैसी समस्या होने पर अक्सर भाप लेने की सलाह दी जाती है। आम तौर पर नाक खोलने के लिए भाप लिया जाता है और यह सर्दी, एलर्जी या साइनसाइटिस से पीड़ित लोगों के लिए विशेष रूप से काम करता है।
भाप लेने से होने वाले मुख्य फायदे benifit of steam
श्वास-वायु में शुद्धि
भाप लेने से श्वास-वायु में जमी वायुमंडल की वायु में मौजूद अजीब तत्वों, जैसे कि कणिकाओं, धूल, धुएं, या अन्य निषेचनों को हटाने में मदद मिलती है। यह खासकर उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो श्वास लेने में कठिनाई महसूस करते हैं, जिन्हें एलर्जी हो या जो श्वासनली संक्रमण से पीड़ित हैं। इसलिए भाप लेने से वायुमंडल की क्वालिटी में सुधार होता है, जिससे श्वास लेने में आसानी होती है और श्वासनली के संबंधित समस्याओं का सामान्य संकेतन हो सकता है।
तनाव में कमी
भाप लेने से मानसिक तनाव कम हो सकता है। गर्म भाप हमारी मांसपेशियों को आराम देती है, जिससे मानसिक शांति मिलती है। इसलिए दैनिक रूप से भाप लेने से हमे तनाव से मुक्ति मिलने में मदत होती है।
जमा कफ निकालता है (Clears congestion)
भाप लेने से नाक और छाती में जमा कफ निकालने में मदद मिल सकती है। जब हम भाप लेते हैं, तो गर्म वायु के संपर्क में आने से फेफड़ों के सुपांशित क्षेत्रों का तापमान बढ़ता है और इससे उन्हें नमी प्राप्त होती है। श्वास-नलिका में बने कफ का उत्सर्जन बढ़ता है और वह आसानी से निकलने लगता है।
दर्द निवारण
भाप लेने से दर्द निवारण में मदद मिलती है, खासकर जब त्वचा, साइनस, गले या फेफड़ों के संबंधित समस्याओं से दर्द संबंधित हो । साइनस के संक्रमण, एलर्जी या रसायनी खासियत से होने वाले दर्द में भाप लेने से राहत मिल सकती है। गर्म भाप आपके साइनस को गर्म करता है।
मानसिक स्वास्थ्य
भाप लेने से मानसिक स्वास्थ्य में भी लाभ हो सकता है, क्योंकि इससे शांति और संतुलन की अनुभूति, ध्यान और मनोयोग्यता, चिंता कम, और शारीरिक और मानसिक विश्राम होता है, जिससे अच्छी नींद आती है और मानसिक स्थिति में सुधार होता है।
त्वचा स्वास्थ्य
भाप लेने से त्वचा की साफ़-सफाई होती है और रोमछिद्रों में संवेदनशीलता बढ़ती है और त्वचा के मुख्य विचर्यों में गर्मी प्रवेश करती है, जिससे त्वचा के अंतर्गत बिंदुओं में जमा धूल और अन्य निषेचनों को निकालने में मदद मिलती है। यह त्वचा को साफ़ करता है और चमकाता है।
गर्मी से राहत
गर्मियों में भाप लेना एक तरह से शरीर को ठंडा करने का काम करता है। भाप लेने से पसीने के जरिए शरीर से गर्मी बाहर निकलती है। इसलिए गर्मियोंमें भाप लेना चाहिए इस से शरीर ठंडा रहता है।
सोने से पहले भाप लेने की आदत
रात में सोने से पहले भाप लेने से नींद की गुणवत्ता बेहतर होती है। यह शरीर को आराम देता है और नींद लाने में मदद करता है। भाप लेकर सोने से अछि नींद और आराम महसूस होता है।
भाप लेते समय ध्यान देने वाली बाते :-
- भाप लेने के लिए साफ-सुथरा पानी का इस्तेमाल करें।
- भाप लेने के उपकरण का तापमान सुरक्षित होना चाहिए। अधिक गर्म भाप से त्वचा को नुकसान पहुंच सकता है।
- गर्म पानी से बचने के लिए सुरक्षित दूरी बनाए रखें।
- एक शांत और सुरक्षित स्थान चुनें जहां भापने में आराम हो सके।
- भाप को रोकने के लिए अपने सिर के ऊपर से तौलिये से ढक लें ताकि भाप बहार न जाए ।
- अधिक समय तक भाप लेने से त्वचा को नुकसान हो सकता है। इसलिए 10-15 मिनट तक भाप लेना पर्याप्त होता है।
- गर्म भाप लेने के बाद उपयुक्त ठंडे पानी से धोएं और त्वचा को स्थिर करें।
- बच्चों या गर्भवती महिलाओ को भाप लेने से पहले चिकित्सक से सलाह लेना उचित होगा।