ये बात सबको पता की जल ही जीवन है। बिना जल जीवन सम्भव नहीं है। वो से ही एक अच्छी स्वास्थ्य केलिए जल का आवश्यकता बहुत महत्वपूर्ण रेहता है। बेहतर स्वास्थ्य केलिए हमे डॉक्टर साहेब नियमित पानी पीने के लिए सलाह देते है। क्योंकि एक स्वस्थ शरीर के लिए शरीर में पर्याप्त पानी होना जरूरी है। आपको मालूम होगा एक पौधे को हरा-भरा रखने के लिए उसमें सही समय पर पानी डाला जाता है ठीक उसी तरह हमारे शरीर को भी स्वस्थ रहने के लिए नियमित पानी पीना चाहिए ,हमारे सरीर केलिए पानी बहुत ही ज्यादा आवश्यक है ।
शरीर में पानी की कमी होने से कई तरह की बीमारियां होने लग जाती है , हमारे सरीर के हाइड्रेशन जैसी समस्याएं गर्मियों के टाइम में मालूम होता है। गर्मी के समय में पसीने का ज्यादा निकल जाना सरीर में पानी की कमी पड़ना स्वाभाविक है। हमारे शरीर में पानी की कमी होते ही दिमाग की गतिविधी पर भी बुरा असर पड़ता है। हमारे शरीर को ताजगी और स्वस्थ्य रखने केलिए पानी अहम भूमिका निभाता है। क्या आपको पता है पानी को कैसे सही तरीके से पि सकते है जो हमारे सरीर केलिए लावदायक हो सकता है। आइए इस बारे में अच्छे से जानकारी लेते है।
पानी पीने के सही तरीकों के बारे में जानिए। Right way to drink water
आज कल लोग पानी को गिलास के बजाय बोतल से पीना पसंद करते हैं । बहुत सारे लोग बोतल में पानी पीना को आदत बना चुके है। ऐसे लोग भी है जो फ्रिज से ठंडी पानी बोतल निकालकर खड़े होकर पानी पीने लगते हैं। क्या आप जानते हैं इस तरीके से पानी पीना गलत है, इससे आपके स्वास्थ्य को कई सारे नुकसान भी हो सकते हैं। ये बात को सब लोग धीरे धीरे नजरअंदाज करने लगे हैं। लेकिन आप ये बात को नजरअंदाज मत कीजिए ये पोस्ट से आप जानिए पानी को कैसे अच्छे से पी सकते हैं और हमारे शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं।
1. खड़े होकर पानी न पिएं । Do not drink water while standing
आज कल की भागम भाग भरी जिंदगी में आप अपने छोटे-छोटे बात पर ध्यान नहीं दे पाते हैं। ऑफिस जाने की जल्दी हो या बच्चों को स्कूल जाने की जल्दी या फिर कहीं घूमने जाने की जल्दी हो, जल्दबाजी में आप भूल जाते हैं कि आप पानी किस तरीके से पी रहे हैं। जब भी आप खड़े होकर पानी पीते हैं तो इसका सीधा असर आपकी किडनी पर पड़ता है। इसलिए खड़े हो कर पानी कभी मत पीए।
कुछ लोग मुँह ऊपर करके पानी पीते है। यह गलत है क्योंकि ऊपर से पानी पीने से पूरे फ़ूड पाइप में वायु बनती है और इससे वायु दोष उत्पन्न होता है। इसकी वजह से indigestion , एसिडिटी , खट्टी डकार , जोड़ों में दर्द , घुटनों में दर्द आदि की परेशानी होने लगती है। इसलिए कभी खड़े होकर पानी न पिएं ।
2. ठंडा पानी पीना अवॉइड करें। Avoid drinking cold water
आज कल बहुत सारे लोग को ठंडा पानी पीना अच्छा लगता हैं। इसलिये आजकल की युवा फ्रिज से बोतल निकालकर ठंडा पानी पीना पसंद करते हैं। ठंडा पानी हमारे शरीर मैं खाना को अच्छे से नहीं पचा पाती है जिस से हमारा डाइजेस्ट प्रकिया कमजोर हो जाता है। इसलिए जितना हो सके नार्मल पानी पीने की कोशिश करें, फ्रिज का पानी हमें दिन-ब-दिन बीमार बनाता जा रहा है. इससे जितना हो सके बचने की कोशिश करें, चाहे गर्मी हो या सर्दी, गुनगुना पानी हमारे स्वास्थ्य के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। हमेशा नॉर्मल पानी पीए।
3. बैठकर पानी पिएं
बैठकर पानी पीने से शरीर में पोषक तत्व पानी के पहुंचते हैं, लेकिन अगर आप खड़े होकर पानी पीते हैं तो शरीर का बैलेंस बिगड़ जाता है और इसके साथ ही आगे चलकर जोड़ों में दर्द भी होने लगता है, इसलिए बैठकर आराम से पानी को पीना चाहिए और यह भी प्रयास करें कि पानी को एक साथ ना पीकर धीरे-धीरे पीना चाहिए।
कुछ लोग दो तीन घंटे तक पानी नहीं पीते और बाद में फिर एक साथ बहुत सारा पानी पीते हैं। यह स्वास्थ्य के लिए बिलकुल अच्छा नहीं है। इसका किडनी और हृदय पर विपरीत असर होता है। पानी हर एक घंटे के अंतराल में पीना चाहिए।
दैनिक कितना गिलास पानी पीना चाहिए।
अधिकांश विशेषज्ञ प्रतिदिन लगभग 10 से 15 गिलास पानी पिने का सलाह देते हैं। हलाकि जो लोग ज्यादा काम करते हैं या गर्मी में रहते हैं उनको इससे भी अधिक पानी पिनेका आवश्यकता रहता है।
लेकिन एक बात हमेशा याद रखें की हर रोज आपको कम से कम 3 लीटर पानी यानि की 12 गिलास पीना ही पीना है. पानी सिर्फ प्यास बुझाने के काम ही नहीं आता है.
हमारे शरीर में जमा हुआ गंदगी मूत्र के साथ धीरे धीरे बाहर निकल ते रहना चाहिए। अगर आप पर्याप्त पानी नहीं पिएंगे तो आपके शरीर में जमा हुआ विषाक्त पदार्थ निकलने के वजा इकठ्ठा होने शुरू हो जायेगा। और धीरे धीरे करके गंदगी बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी , फिर आदमी धीरे धीरे बीमार होने लगेगा। इसलिए शरीर को बीमार से मुक्त करने के लिए हर रोज कम से कम इतना पानी तो जरूर पीयें जितने की शरीर को आवश्यकता है।
पानी कब पियें | When to drink water
✅ जब भी प्यास लगे तब पानी अवश्य पियें , टालें नहीं । प्यास बताती है की शरीर को पानी की जरुरत है।
✅ खाना खाने से आधा घंटे पहले और खाना खाने के एक घंटे बाद ही पानी पीना चाहिए।
✅ भोजन से आधा घंटा पहले दो गिलास पानी पीने से पेट जल्दी भरेगा। खाना कम खाने में आएगा और वजन कम होगा।
✅ खाना खाने से तुरंत पहले पानी पीने से पाचन शक्ति कमजोर होती है।
✅ यदि हाई ब्लड प्रेशर हो , बुखार , पेट में जलन ,पेशाब में जलन या यूरिन इन्फेक्शन आदि तरह की समस्या हो तो अधिक मात्रा में पानी पीना चाहिए।
किस टाइम पानी नहीं पीना चाहिए | When not to drink water
❎ गर्म चाय या कॉफी आदि पीने के तुरन्त बाद पानी नहीं पीना चाहिए।
❎ फल खाने के बाद पानी न पिए। खीरा , खरबूजा या ककड़ी खाने के बाद पानी ना पिएँ।
❎ सम्भोग के तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए। दूध पीना अच्छा है।
❎ दूध पिने के बाद तुरंत पानी नहीं पिएँ। शरीर का तापमान कम हो जाए फिर पिएँ।
❎ बहुत गर्म खाने के बाद ठंडा पानी और बहुत ठंडा खाने के बाद गर्म पानी न लें।
❎ खाना खाने के तुरंत बाद अधिक पानी ना पिएँ। एक दो घूंट ले सकते है।
❎ रात को अधिक मात्रा में पानी नहीं पीना चाहिए।
❎ आयुर्वेद के अनुसार कभी भी खाना खाते हुए पानी नहीं पीना चाहिए।
FAQs Related Water
Q. दैनिक कितना गिलास पानी पीना चाहिए ?
Ans : दैनिक 8 से लेके 9 गिलास लगभग दो लीटर पानी पीना चाहिए।
Q. रात को ज्यादा पानी पीना सही है या गलत है ?
Ans : रात को ज्यादा पानी पीना सही नहीं है। रात को खाना खाने के बाद ३० मिनट बाद अच्छे से पानी पीना चाहिए। सोने से पहले हल्का पानी पीके सो जाना चाहिए
Q . पानी पिनेका सबसे अच्छा तरीका क्या है ?
Ans : दिन में बार बार थोड़ा थोड़ा करके पानी पीना चाहिए। इस तरीके से आप ज्यादा पानी पि सकते हो जो हमारे सरीर केलिए अछा है।
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