पानी एक ऐसा तरल पदार्थ है जिसका ना कोई रंग रहता है ना कोई गंध रहता है और नाही कोई स्वाद रहता है। पानी यह ऑक्सीजन और हाइड्रोजन के रासायनिक संयोग से बनता है जिसे हम वैज्ञानिक भाषा में H2O दर्शाता है।
पानी यह पृथ्वी पर रहे सभी जिब जानवर पौधे और मनुष्यो के लिए जीवन जीने का अआधार है और यह इन सभी के लिए बहोत ही आवश्यक है।
पानी के बिना ना तो कोई मनुष्य जीवित रह सकता है ना ही कोई जिब जानवर जीवित रह सकता है और नाही कोई पौधा जीवित रहता है। पृथ्वी में रहे सभी लोगोको पानी की खास आवश्यकता है।
पानी तो जरुरी है लेकिन लेकिन पानी काम पीना भी मनुष्य के लिए हानिकारक है और ज्यादा पीना भी हानिकारक है। तो इस पोस्ट के माध्यम से जानेंगे की पानी कम पिने से हमारे शरीर को क्या नुकसान पहुंचाता है।
कम पानी पिने से सेहत को होने वाले 7 बड़े नुकसान
1. पाचन संबंधी समस्या / अपचन (Indigestion)
पानी कम पीने से हमे कई सारे स्वास्थ्य हानियाँ होती है। जिसमे से अपचन एक है। हमारे शरीर में पानी की मात्रा कम होने से पाचन संबंधी कई सारे समस्या का सामना करना पड़ता है। जैसे की –
शरीर में पानी की मात्रा कम होने के कारण मल सूखा और हार्ड हो जाता है जिसके वजह से कब्ज का सामना करना पड़ता है।
पानी कम पीने से साइन में जल जल होना , एसिडिटी होना गन्दी डेकारे आना जैसे समस्या का सामना करना पड़ता है।
पानी आंतो को हाइड्रेट रखकर आंतो की गति को सुचारु बनाता है। और निर्जलीकरण से आते सुस्त हो जाती है जिससे खाना देरी से पचता है। इसलिए भारी पेट की समस्या का सामना करना पड़ता है।
2. शुष्क त्वचा (Dry Skin)
त्वचा को सही रखने के लिए पानी का शरीर में होना बहोत जरुरी है। शरीर में पानी की कमी से सीधा असर अपने त्वचा पर पड़ती है जिससे त्वचा संबंधी कई सारे समस्याका सामना करना पड़ता है। जैसे की –
पानी कम पीने से हमारी त्वचा रूखी , फटी और बेजान हो जाती है। जिसके कारण फेस पर का ग्लो खो जाता है।
त्वचा का लचीलापन खो जाता है। और उम्र से पहले ही बुढ़ापा नजर आता हो।
ब्लैकहेड्स की समस्या का सामना करना पड़ता है।
ड्राई स्किन होने के कारण खुजली की समस्या बढ़ती है।
स्किन जल्दी ही सेंसिटिव और डैमेज हो जाती है।
3. किडनी संबंधी समस्या
शरीर में पानी की मात्रा कम होने के कारण यूरिन गधा हो जाता है जिससे पथरी बना देता है। और पथरी होने के कारण पेट और कमर में तेजी से दर्द चालू हो जाता है जिससे व्यक्ति बहोत तकलीफ में चला जाता है। और पेशाब करने में दिक्कत होता है। साथ ही पेशाब में खून आता है। साथ ही कम पानी पीने से निर्जलीकरण होता है निर्जलीकरण होने के कारण किडनी की फ़िल्टर करने की कैपेसिटी कम हो जाती है और यूरिक एसिड हरिर में जमा हो जाता है फिर जोड़ो में दर्द का सामना करना पड़ता है।
4. दिमाग पर असर पड़ना
ब्रेन हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है। हमारा दिमाग लगभग 75% पानी से बना हुआ होता है। शरीर में पानी की मात्रा कम होने से हमारा दिमाग सही तरिके से काम नहीं कर पाता है। जिससे दिमाग संबंधी समस्याओ का सामना करना पड़ता है। जैसे की –
याददाश्त कमजोर हो जाना। कुछ बोले गए बातो को तुरंत भूल जाना। जिससे नयी चीजे सिखने में समस्या आती है।
मानसिक थकन महसूस होना।
छोटी छोटी बातो पर चिड़चिड़ापन होना।
सोच में पड़ जाना। डिप्रेशन में जाना। किसी बात को लेके चिंतित रहना।
नींद न आना। या आधी रातको नींद खुल जाना जैसे समस्याओंका सामना करना पड़ता है।
5. ब्लड प्रेसर कम हो जाना
शरीर में पानी की मात्रा कम होने से सीधा असर अपने ब्लड प्रेशर पर पड़ता है। पानी कम पीने से ब्लड प्रेशर कम हो जाता है। जिसकी वजह से चक्कर आना , धुंधला दिखाई देना और कमजोरी आना जैसे समस्या का सामना करना पड़ता है।
निष्कर्ष
हमारे शरीर के लिए पानी एक जीवन है। पानी के बिना हम अधूरे है। पानी शरीर के लिए ईंधन की तरह है। अगर शरीर में पानी की मात्रा कम हो गयी तो मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। इसलिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से पाचन समस्या सही रहता है। शरीर से अनावश्यक पदार्थो को बाहर निकाल कर स्वास्थ्य को सुरक्षित और बेहतर बनाता है।
किडनी हमारे शरीर का फ़िल्टर सिस्टम है और फ़िल्टर करने के लिए पानी बहोत ही आवश्यक है इसलिए भरपूर पानी पिए और किडनी को भी सुरक्षित रखे ताकि हम स्वस्थ रह सके। दिमाग को तेज करने के लिए पानी की आवश्यकता होती है इसलिए पर्याप्त पानी पिए ताकि हमारा दिमाग सही रहे और हम सही तरीके से काम कर सके। पर्याप्त मात्रा में पानी को पीने से हमारा ब्लड प्रेशर भी नियंत्रित रहता है।
इसलिए नियमित रूप से पर्याप्त मात्रा में पानी पिए जितना हमारे शरीर को जरुरी है क्योकि ज्यादा पानी पीना भी सेहत के लिए हानि पहुंचाता है शरीर को स्वास्थ्य रखे और खुद भी स्वस्थ रहे।
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