बच्चे एक भगवान स्वरूप होते है। बच्चो को खुश रखना यानि बहोत बड़ी बात नहीं है अगर बच्चे खुश रहते है तो ओ फॅमिली अपने आप ख़ुशी से भरा रहता है। बच्चो के मुँह पर एक प्यारी सी मुस्कान , अच्छी आदते , अच्छे सोच और गुण वाले ये कुछ नियम एक ख़ुशी से भरे खुश बच्चे में दिखाई देते है।
बच्चे को खुश रखने के तरीके कुछ निम्नलिखित हैं :
बच्चों को स्नान की आदतें सिखाना
बच्चो को खुद से स्नान करने के लिए और स्वच्छ रहने के लिए सिखाए। उनको बताएं कि नियमित स्नान करना जरूरी है, खासकर गर्मियों में या खेल-कूद के बाद। और स्नान को मजेदार बनाने के लिए पानी के खिलौने या रंग-बिरंगे साबुन का उपयोग करवाए। साथ ही स्नान करते समय बच्चों की सुरक्षा का ध्यान रखें। फिसलने से बचने के लिए सतर्क रहें।
बच्चों को स्वच्छता की आदतें सिखाना
बच्चों को सिखाएं कि खाने से पहले और शौचालय जाने के बाद हमेशा हाथ धोएं। दांतों को दिन में दो बार ब्रश करने की आदत डालें। इसे एक खेल की तरह पेश करें। उनको सिखाएं कि साफ कपड़े पहनना जरूरी है। उन्हें अपने कपड़े खुद बदलने के लिए प्रेरित करें। और अपने तौलिये, ब्रश, और अन्य व्यक्तिगत वस्त्रों की सफाई का ध्यान रखने के लिए कहें। उन्हें सिखाएँ कि अपना कचरा सही जगह फेंकें और सफाई का ध्यान रखें।
संतुलित आहार
बच्चोको बाहर का जंक फ़ूड खाने के लिए सिख ना दे। रोजाना ताजे फल और सब्जियाँ दें। ये विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर होते हैं। उन्हें साबुत अनाज जैसे ओट्स, ब्राउन राइस, और क्विनोआ का सेवन कराएँ। ये फाइबर का अच्छा स्रोत हैं। राजमा, चना, और मूंगफली जैसे खाद्य पदार्थ अच्छे प्रोटीन स्रोत हैं। उनके भोजन में दूध, दही और पनीर शामिल करें। ये कैल्शियम और प्रोटीन से भरपूर होते हैं।
बादाम, अखरोट, और चिया बीज जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन कराएँ। मीठे स्नैक्स और सोडास को सीमित करें। फल के रूप में प्राकृतिक मिठास दें। छोटे बच्चों के लिए खाने में नमक का सेवन कम रखें। नियमित भोजन का समय निर्धारित करें, जिससे उनकी भूख और ऊर्जा का स्तर सही रहे। खाने को रंग-बिरंगा और आकर्षक बनाएं। थालियों में बच्चों को सिखाएं कि स्वस्थ आहार उनके विकास और ऊर्जा के लिए कितना महत्वपूर्ण है।
नियमित व्यायाम
बच्चो को सुबह उठके व्यायाम करने के लिए सिखाये। उनके साथ सुबह ताज़ी हवा में टहलें। यह उनके लिए मानसिक रूप से भी ताजगी लाता है। पार्क में जॉगिंग करना एक अच्छा विकल्प है। उन्हें स्विमिंग करने के लिए सिखाए यह एक बेहतरीन व्यायाम है, जो पूरे शरीर को मजबूती देता है। इसप्रकार व्यायाम का एक निश्चित समय तय करें, ताकि बच्चे इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना सकें।
पर्याप्त नींद
बच्चोको पर्याप्त नींद लेने के बारे में सिख दे और उन्हें ज्यादा टाइम तक सोने के लिए कहे। बच्चो को 9-11 घंटे प्रति दिन सोने के लिए कहे। उनका सोने और जागने का एक नियमित समय निर्धारित करें। उनके बिस्तर और कमरे को आरामदायक और शांत रखें। जैसे की बच्चोके लिए अंधेरा और ठंडा वातावरण बेहतर होता है जिसमे वह शांत और आराम से नींद ले सके ।
समय का प्रबंधन
बच्चों को सिखाये की उनका सुबह उठने, स्कूल जाने, पढ़ाई करने , सोने का साथ ही खाना और खेलने का एक नियमित समय निर्धारित करे और उचित टाइम के बारे में जानकारी दे। दिन की शुरुआत में एक कार्य सूची बनाएं, ताकि बच्चे यह जान सकें कि उन्हें क्या करना है। पढ़ाई के समय को प्राथमिकता दें, इसके बाद खेल और मनोरंजन का समय रखें। दिन में कुछ समय खेलकूद के लिए निकालें। यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। और चित्रकला, संगीत या किसी अन्य हॉबी के लिए समय निकालें।
सामाजिक और भावनात्मक विकास
बच्चोको सामाजिक और भावनात्मक विकास में सही और गलत रास्ता के बारे में जानकारी दे। उनको साझा करना, बारी-बारी से खेलना और समूह में काम करना सिखाएँ। और उनको अपने साथियों के साथ खेलने और संवाद करने का मौका दें। बच्चों को अपने विचार और भावनाएँ व्यक्त करने के लिए प्रेरित करें। दूसरों की भावनाओं को समझने और सम्मान करने की शिक्षा दें। विभिन्न भावनाओं के नाम बताएं, जैसे खुशी, गुस्सा, डर, और उदासी के बारे में जानकारी दे । उनको सिखाएँ कि उन्हें अपनी भावनाएँ व्यक्त करने का अधिकार है। और साथ ही उन्हें समस्याओं का सामना करने और उनसे निपटने के तरीके सिखाएँ।
विचारशीलता को बढ़ावा देना
बच्चों को सिखाएँ कि वे अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें। एक मिनट के लिए गहरी सांस लें और छोड़ें। उनको रोजाना कुछ मिनट शांत समय बिताने के लिए प्रेरित करें, जहाँ वे अपनी भावनाओं और विचारों को महसूस कर सकें। उनको जनरल नॉलेज के बारे में प्रश्न पूछे ताकि और उनका माइंड तेज रहेगा।
मनोरंजन
बच्चोको विभिन्न कलाओ में भाग लेने के लिए उत्सुक करे। जैसे की रंग भरना, पेंटिंग, या कागज से चीजें बनाना। उनको गाने गाना या नृत्य करना तथा डांस क्लास में शामिल करवाए।
कर्तव्य और जिम्मेदारी
बच्चोको यह बात हमेशा सिखाएं कि कर्तव्यों का पालन करना चाहिए। उनको बताएं कि कर्तव्य और जिम्मेदारी क्यों महत्वपूर्ण हैं। जैसे, जब वे अपने कामों को समय पर पूरा करते हैं, तो यह दूसरों पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। उनको छोटे-छोटे कामों के लिए जिम्मेदार बनाएं, जैसे अपना कमरा साफ करना, बर्तन धोना या घर के पौधों की देखभाल करना। उनके लिए एक दैनिक कार्य सूची बनाएं, जिसमें उन्हें अपने कामों को पूरा करने की जिम्मेदारी दी जाए। कार्यों को समय पर पूरा करने के लिए प्रेरित करें, ताकि उन्हें जिम्मेदारी का अनुभव हो।
समय-समय पर संवाद
बच्चोके साथ बैठके बातचीत करें, और उन्होंने पूछे प्रश्न के जवाब दे ताकि और बात करने में उनको अच्छा लगे।
इस तरह हम हमारे बच्चो को खुश रख सखते है।