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देसी घी और मक्खन में से कौन सा अधिक स्वास्थ्यवर्धक है और कितना सेवन करना चाहिए ?

देसी घी : Desi Ghee

देसी घी भारतीय पारंपरिक व्यंजनों और भारतीय खाना पकाने का एक महत्वपूर्ण और पारंपरिक तत्व है। यह सिर्फ स्वादिष्ट ही नहीं होता है बल्कि सेहत के लिए भी कई लाभकारी गुण प्रदान करता है। और स्वास्थ्य लाभ के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

देसी घी क्या है ?

देसी घी गाय के दूध की मलाई को धीमी आंच पर पकाया जाता है या गर्म करके बनाया जाता  है। घी स्वास्थ के लिए अच्छा माना जाता है क्योकि , इसमें उच्च गुणवत्ता के फैटी एसिड्स, विटामिन A,विटामिन D, विटामिन E, और विटामिन K होते हैं। जिसे पचाना आसान होता है और यह शरीर मे गर्मी भी प्रदान करता है। देसी घी की अपनी एक खास सुगंध और स्वाद होता है । इसे अक्सर भारतीय खाना पकाने में, जैसे कि सर्दी के मौसम में तले हुए खाद्य पदार्थों में या दाल-चावल पर डाला जाता है।

देसी घी के लाभ : benifit of Desi Ghee

  • देसी घी में विटामिन A, विटामिन D, विटामिन E, और विटामिन K भरपूर मात्रा में होते हैं, जो शरीर के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।
  • यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है और आंतों को आराम प्रदान करता है।  इसमें मौजूद बटरिक एसिड पाचन एंजाइमों को उत्तेजित करता है, जिससे भोजन का बेहतर पाचन होता है और कब्ज की समस्याएं कम होती हैं।
  • देसी घी में मौजूद उच्च गुणवत्ता वाले सैचुरेटेड फैट्स शरीर को स्थायी ऊर्जा प्रदान करते हैं। जिससे शारीरिक गतिविधियों और व्यायाम के लिए सहायक होता है।
  • इसमें प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले मुक्त कणों तथा बीमारियों और संक्रमणों  से बचाते हैं।
  • देसी घी से त्वचा को नमी प्रदान करता है, उसे मुलायम बनाता है और उसे सूखने से रोकता है। देसी घी को  त्वचा पर लगाने से त्वचा की समस्याएं जैसे सूखापन और खुरदरापन दूर होता हैं।
  • देसी घी में हार्ट हेल्दी सैचुरेटेड फैट्स होते हैं, जो शरीर के लिपिड प्रोफाइल को संतुलित करते हैं। जिसकी वजह से कोलेस्ट्रॉल स्तर नियंत्रित रहता है और हृदय रोगों का खतरा कम होता है।
  • आयुर्वेद के अनुसार, देसी घी से वात, पित्त, और कफ दोष को संतुलित करने के लिए उपयोग किया जाता है।
  • देसी घी को खाने से  शरीर की सूजन को कम करता है और जीवन शक्ति को बढ़ाता है।
  • सर्दियों के मौसम में देसी घी का सेवन शरीर को गर्म रखता है और ठंड से बचाता है। यह शरीर को अंदर से गर्म करने और ठंडक को दूर करने में मदद करता है।
  • देसी घी मानसिक तनाव को कम करने और मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं।
  • देसी घी में विटामिन K2 होता है जो हड्डियों की मजबूती के लिए महत्वपूर्ण है। तथा हड्डियों की संरचना को मजबूत करता है और हड्डियों के स्वास्थ्य को बनाए रखता है।
  • देसी घी से  हृदय स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करते हैं और रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं।

देसी घी का उपयोग :

  • देसी घी का उपयोग भारतीय रसोई में तड़का लगाने, तलने और भूनने में किया जाता है। यह खासतौर पर दाल, सब्ज़ियों, पुलाव, और पराठों में उपयोगी होता है।
  • देसी घी को भोजन में डाले जाने के साथ-साथ आयुर्वेदिक औषधियों और स्वास्थ्य वर्धन के लिए भी उपयोग किया जाता है।
  • देसी घी का उपयोग त्वचा और बालों की देखभाल में भी किया जाता है। यह त्वचा को मुलायम बनाता है और बालों को पोषण प्रदान करता है।
  • देसी घी का उपयोग बालों की देखभाल में भी किया जाता है। यह बालों को पोषण प्रदान करता है, उन्हें मुलायम बनाता है और सिर की त्वचा को हाइड्रेट करता है। इसे बालों की मसाज के लिए प्रयोग किया जा सकता है।

देसी घी सेवन की मात्रा :

रोजाना 1-2 चम्मच (15-20 ग्राम) घी का सेवन उचित माना जाता है। अगर आप वजन कम करना चाहते हैं, तो इसे कम मात्रा में ही सेवन करें।

मक्खन : makhan

मक्खन यह एक ऐसी चीज है जिसमे में पानी, दूध के ठोस तत्व (Milk solids), और वसा (Fat) होते हैं, और यह एक मलाईदार, सफेद या पीले रंग का पदार्थ होता है, जो खाने में स्वाद और गुण बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है। मक्खन को प्रायः ब्रेड, रोटियों, पराठों, बेकिंग रेसिपीज़ (जैसे केक, कुकीज़) में डाला जाता है। इसे पकाने में, सॉस या डिश को स्वादिष्ट बनाने के लिए उपयोग किया जाता है।

मक्खन क्या है ?

मक्खन गाय के दूध की मलाई को मथ कर बनाया जाता है। इसमें विटामिन्स और फैट्स होते हैं, वसा की मात्रा देसी घी की तुलना में कम होती है और दूध की कुछ प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट्स भी शामिल होते हैं। मक्खन का स्वाद अच्छा होता है, लेकिन इसका स्वाद और सुगंध देसी घी के मुकाबले हल्का और कम विशिष्ट होता है।

मक्खन के लाभ : benifit of makhan

  • मक्खन में रहे वसा के कारण शरीर के लिए ऊर्जा का एक अच्छा स्रोत बनाए रखता है।
  • मक्खन में विटामिन A की प्राप्ति के कारण यह आँखों की सेहत और त्वचा के लिए फायदेमंद होता है।
  • इसमें विटामिन D भी होता है, विटामिन डी के कारण हड्डियों को मजबूत बानाने में सहायक करता है।

मक्खन का उपयोग :

  • मक्खन रोटियों, पराठों और ब्रेड में या टोस्ट पर लगाकर नाश्ते के रूप में खाया जाता है।
  • मक्खन का उपयोग बेकिंग में व्यापक रूप से किया जाता है। जैसे केक, कुकीज़, बिस्किट्स, मफिन्स, और पेस्ट्री बनाने के लिए मक्खन एक महत्वपूर्ण सामग्री माना जाता है।
  • बटर चिकन या बटर पनीर में मक्खन को ग्रेवी और सॉस बनाने में इस्तेमाल किया जाता है।
  • स्मूदियों और प्रोटीन शेक्स में मक्खन का उपयोग करते है।
  • सूप्स, पेस्टास, और स्टिर-फ्राई में मक्खन का उपयोग किया जाता है।
  • चाय या कॉफी में भी मक्खन का उपयोग किया जाता है।
  • बालों को मुलायम बनाने के लिए भी कुछ लोग मक्खन का उपयोग करते हैं।
  • कई लोग अपने चेहरे या शरीर की त्वचा को मुलायम और हाइड्रेटेड बनाने के लिए मक्खन का उपयोग करते हैं।

मक्खन सेवन की मात्रा :

मक्खन का सेवन भी 1-2 चम्मच (10-15 ग्राम) तक सीमित रखना उचित होता है।

देसी घी और मक्खन में से कौन सा अधिक स्वास्थ्यवर्धक है ?

देसी घी को आमतौर पर एक अधिक स्वास्थ्यवर्धक विकल्प माना जाता है, खासकर अगर इसे सही तरीके से और उचित मात्रा में खाया जाए, तो यह पाचन को बेहतर बनाता है और शरीर के लिए कई महत्वपूर्ण विटामिन्स प्रदान करता है। और घी शुद्ध और गुणवत्ता वाला होना चाहिए , क्योंकि यह संतृप्त वसा की तुलना में अच्छे मोनोअनसैचुरेटेड वसा (Monounsaturated Fats) और ओमेगा-3 फैटी ऐसिड्स से भरपूर होता है।
लेकिन , मक्खन का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए क्योंकि , मक्खन में अधिक संतृप्त वसा होता है, संतृप्त वसा की अधिकता होने के कारण हृदय रोग की पीड़ा , रक्त में कोलेस्ट्रॉल स्तर बढ़ना और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है। इसलिए छोटे अनुपात में मक्खन का सेवन सुरक्षित होता है।

सारांश :

तो, अगर आप देसी घी के खास स्वाद और परंपरागत उपयोग को पसंद करते हैं, तो यह एक अच्छा विकल्प है। वहीं, अगर आप मक्खन के हल्के और क्रीमी स्वाद को पसंद करते हैं या बेकिंग में उपयोग करते हैं, तो मक्खन उपयुक्त रहेगा।

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